उस दिन काफी रिमझिम बारिश हो रही थी। मुंबई में कैलाश सुरेंद्रनाथ सेंट जेवियर के कॉलेज के लिए अपने घर से निकले थे। उस दिन उन्हें एक महिला रास्ते में मिली, वह कैप के इंतजार में खड़ी थी। उस महिला को कैलाश ने लिफ्ट की ऑफर दी। उस महिला को एक लिंटास नामक एडवरटाइजिंग एजेंसी में पहुंचना था। यह एजेंसी नरीमन प्वाइंट के पास एक्सप्रेस टावर में स्थित थी। लिफ्ट लेने के बाद जब वह महिला गाड़ी में बैठी उसके बाद उन दोनों लोगों के बीच काफी देर बाद बातचीत शुरू हुई। कैलाश से महिला ने उनके पेशा के बारे में पूछा। इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि वे एक विज्ञापन तैयार करते हैं परंतु उनका कैरियर अभी अभी शुरू हुआ है। सुरेंद्रनाथ ने महिला के पूछने पर अपना पोर्टफोलियो उन्हें दिखाया। सुरेंद्रनाथ के काम को महिला ने काफी पसंद किया।
वह महिला लिंटास फिल्म में चीफ मूवी स्माइल थी। उन दोनों लोगों के इत्तेफाक के मुलाकात को समय ने कुछ ऐसे ऐड दिया जिसको विज्ञापन में आज भी काफी शाहकार के रूप में जाना जाता है। उस समय हिंदुस्तान युनिलीवर लिमिटेड यानी कि HUL अपना सबसे फ्रेशनेस सोप यानी लिरिल लॉन्च करने वाला था। इंडिया के मार्केट में पहली बार एक लाइम सोप आने वाला था। हिंदुस्तान युनिलीवर लिमिटेड अपने इस मौके को नहीं खोना चाहता था। उन लोगों ने लिरिल सोप का ऐड तैयार करने के लिए एक विज्ञापन जगत के नामी कंपनी से कांटेक्ट किया।
लिंटास एजेंसी के लिए यह एक बहुत बड़ी चुनौती सामने खड़ी थी। इस डील को पक्का होने लिए लिंटास एजेंसी को कुछ प्रेजेंटेशन देना था। हिंदुस्तान युनिलीवर लिमिटेड के उत्पाद की सबसे बड़ी खासियत इसकी ताजगी थी। इस शूटिंग के लिए लोकेशन एवं चेहरा दोनों ही बिल्कुल उसी हिसाब का होना चाहिए था। इस मूवी में लोकेशन और मॉडल को तलाशने की जिम्मेदारी सुरेंद्र नाथ की टीम को दिया गया था।
सुरेंद्र नाथ के टीम ने कुछ चर्चों के बाद यह निश्चित किया कि वे लड़कियों का एक ग्रुप बनाकर इस ऐड को सूट करेंगे। इसके लिए उन लोगों ने एक समुंद्र की लोकेशन को ढूंढा। जुहू के बीच पर सुरेंद्रनाथ ने 20 से 30 लड़कियां टेस्ट के लिए आई इसमें लड़कियां लहरों से खेल रही थी। इस शूटिंग को देखकर सुरेंद्र नाथ को को संतुष्टि नहीं मिली। कुछ दिनों के बाद सुरेंद्र नाथ की मुंबई के एक क्लब में एक 18 वर्ष की लड़की से मुलाकात हुई जिसका नाम करेन लूनेल था।
करेन लूनेल के चेहरे पर एक अजीब सी खासियत दिखाई पड़ रही थी जो किसी भी इंसान को अपनी और खींच सकती थी। लुनेल की शख्सियत उसकी चंचलता और खूबसूरती का एक बेजोड़ मेल बना रही थी। उनकी इस खूबी ने ही उन्हें ‘डिपीज’ जो कि एक जूस ब्रैंड का ऐड है वह दिलवाया। इस ऐड में लूनेल ने बिकिनी में शूट किया था। सुरेंद्रनाथ को उसे देखते ही ऐसा लगा जैसे कि लूनेल लिरिल के ऐड को करने के लिए बनी हो। सुरेंद्रनाथ कहते हैं कि टीम ने यह फैसला लिया है कि इस ऐड में अधिक लड़कियों को नहीं दिखाया जाएगा। इस ऐड में केवल एक ही लड़की रहेगी एवं इस ऐड को समुंद्र के जगह किसी झरने में शूट किया जाएगा क्योंकि किसी समुद्र में पानी फ्रेश नहीं होता है।
इस मूवी की लोकेशन को चुनना काफी मुश्किल रहा। सुरेंद्र नाथ इस मूवी के लोकेशन के लिए 10 दिनों तक देश के सभी जगह पर घूमते रहे। उन्हें जिस लोकेशन की जानकारी मिलती थी वे उस जगह पर चले जाते थे। उन्होंने 8mm के कैमरे में कई तरह के झरनों को कैद किया। सुरेंद्रनाथ जब तमिलनाडु गए तभी उन्हें कोडैकानल के पास सड़क से कुछ दूरी पर एक झरना दिखा। यह लोकेशन उन्हें काफी पसंद आया। इस झरने के पास काफी हरियाली थी, चट्टान थे एवं यहां की सभी चीजों को देखकर आंखों को एक अलग ही तरह का सुकून मिल रहा था परंतु वहां पर ऐड को बनाना थोड़ा मुश्किल था।
तमिलनाडु का यह झरना केवल दिसंबर एवं जनवरी के महीने में ही भरा होता था। इस दौरान वहां का तापमान भी 3 से 4 डिग्री सेल्सियस रहता था। इस समय सूर्य भी केवल 2-3 घंटे निकलता था। इसके अलावा उस जगह पर शूटिंग के सामान को लाना भी थोड़ा मुश्किल था। इन सब मसलों के कारण सुरेंद्रनाथ ने यह फैसला किया की इस विज्ञापन के मूवी की शूटिंग अब टाइगर फॉल्स में की जाएगी। इस लोकेशन को देखकर सभी लोगों ने इसे तय कर लिया। उसके बाद स्क्रीन टेस्ट और झरने का फुटेज क्लाइंट के समक्ष सुपर इंपोज के लिए पेश किया गया। इस शूटिंग में वुडहैम का कार्य भी हुआ था।
इस मूवी में ऑडियो के विजुअल प्रेजेंटेशन को दिवंगत वनराज भाटिया की म्यूजिक ट्रैक को बनाने की सारी जिम्मेदारी सौपी गई। वनराज ने करीबन 20 मिनट के एक म्यूजिक ट्रैक को बनाया। इस ऐड में बैकग्राउंड के म्यूजिक में तबले एवं सितार की आवाज के अलावा वेस्टर्न म्यूजिक का भी उपयोग किया गया। इसके ट्रैक को प्रीति सागर की आवाज मिली। एलिक पदमसी उस समय इस ऐड एजेंसी में सीईओ थे। एलिक ने HUL के शुनू सेन जो कि मार्केटिंग हेड थे उन्हें प्रेजेंटेशन दिखाया। इस 1 मिनट का ऐड का लगभग 20 मिनट के प्रेजेंटेशन को तैयार किया गया था। यह काम शुनू को काफी अच्छा लगा और अंत में इस विज्ञापन के शूटिंग को कंफर्म कर दिया गया।
सुरेंद्र नाथ ने उसके बाद लूनेल को ऐड में एक मॉडल के रूप में लेने का सोचा। मूवी को उन्होंने डिपीज ऐड दिखाई एवं उसके बाद लूनेल को तुरंत फाइनल कर दिया गया। इस ऐड के बाद लूनेल की जिंदगी पूरी तरह से बदल गई। यह विज्ञापन रिलीज होने के बाद मार्केट में पूरी तरह से फैल गया। इस विज्ञापन की चर्चा एक फिल्म के जैसे शुरू हो गई थी। इस लोकप्रियता के कारण टाइगर फॉल्स जगह का नाम अब लिरिल फॉल्स बना गया था।
इस विज्ञापन का शूटिंग लोगों के लिए बिल्कुल भी इजी नहीं था। लूनेल को इस शूटिंग करने के लिए झरना के पीछे तरफ जाना पड़ा था। पीछे की और उन्हें बहुत बार सांप दिखाई पड़ा था परंतु फिर भी यह शूटिंग उसी तरह जारी रही। लूनेल को साहब का बहुत डर था इसी वजह से वह पूरी कोशिश कर रही थी कि यह शूटिंग एक ही बार में फाइनल हो जाए एवं उन्हें दोबारा उसी जगह पर जाना ना पड़े। कई सारे दिक्कतों के बाद भी टीम ने सेट बनाने का नहीं सोचा। यह एक तो काफी महंगा हो जाता और दूसरा इससे कुदरती फीलिंग भी नहीं दिखाई पड़ती।
Liril girl
शूटिंग करने के लिए जब ऐड टीम जाने वाली थी उसी वक्त लूनेल को लिंटास में सीईओ पदम श्री ने चाय पर बुलाया। इस दौरान उन्होंने लूनेल को कहा की उन्हें उन पर बहुत भरोसा है। केवल आप स्वयं को ऊर्जावान रखें यही आपको एक बड़ी कामयाबी तक ले जाएगी। लूनेल की इस ऐड में उनके एक्सप्रेशन की बहुत तारीफ की गई। सुरेंद्रनाथ कहते हैं कि इस शूटिंग में लूनेल एक शानदार एक्टिंग कर रही थी परंतु उन्हें काफी ठंड भी लग रही थी। इस वजह से उनका अभिनय काफी नेचुरल भी दिख रहा था।
इस विज्ञापन के आने पर लूनेल ने कहा कि वह रातो रात ही स्टार बन गई थी। उनको देखते ही सभी लोग लिरिल के ऐड का म्यूजिक गाने लगते हैं एवं खुशी से सीटी बजाते थे। उस समय सभी घरों में टीवी नहीं हुआ करता था । इस विज्ञापन को देखने का माध्यम केवल सिनेमा हॉल था। इंटरवल में लोग पॉपकॉर्न लेने नहीं जाते थे ताकि यह ऐड कहीं मिस ना हो जाए। इस ऐड को लेकर लूनेल का कहना था कि आप जब 20 साल के हो जाते हैं तो यह तारीफ काफी रोमांचित लगती है। इस तरह की फीलिंग को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता।
उनका कहना है कि मैं जैसी भी हूं इस ऐड में मैंने खुद को वैसा ही दिखाने की कोशिश किया है। इसी वजह से इस ऐड में अपील और ताजगी दिखाई देती है और इसे बहुत पसंद भी किया गया। लूनेल ने इस विज्ञापन में हरे कलर की बिकीनी पहनी हुई थी। लुनेल ने इस बिकीनी को लॉन्चिंग पैड बताया है। इस ऐड को करने के उपरांत वह एक स्टार बन गई। इसके बाद उन्हें कई फिल्मों में ऑफर मिले परंतु उन्होंने इस में अपनी रुचि नहीं दिखाई। लूनेल एयरलाइन को ज्वाइन करके पूरी दुनिया घूमना चाहती थी।
एयरक्राफ्ट का दरवाजे के पास खड़ी होकर वह बहुत बार लोगों का अभिवादन किया करती थी। उनकी तरफ लोग हैरानी पूर्वक देखते थे। वह अन्य लोगों से इस बात को कंफर्म किया करते थे कि यह लूनेल है न। उनकी हैरानी की भी काफी दिलचस्प वजह है। करीबन 1976 में लूनेल के मरने की अफवाह चारों ओर फैल गई थी। लिरिल के ऐड को करने के बाद कई लोगों को इस बात की उम्मीद थी की लूनेल और विज्ञापन में आएगी या फिर वह कोई फिल्म कर सकती है। परंतु जब वह किसी लाइमलाइट में नजर नहीं आई तभी उनकी मौत की अफवाह चारों तरफ फैल गई। लूनेल ने कहा की इस अफवाह ने उन्हें बहुत अधिक परेशान किया था।
उसके बाद 1980 में लूनेल का एक कार एक्सीडेंट हुआ था जिससे उनके सिर पर काफी गंभीर चोटें आई थी एवं चेहरे पर कुछ टांके लगाए गए। इस दौरान इमरजेंसी रूम में लेटकर उन्हें यह लगने लगा कि उनके मौत की अफवाह शायद सच ना हो जाए। परंतु वह जल्द ही रिकवर होने लगी। अब लूनेल न्यूजीलैंड में एक स्कूल टीचर बन गई है। उनका नाम अब करेन लूनेल हीशी है। लूनेल खुद को काफी खुशकिस्मत समझती है क्योंकि उन्हें किसी ऐड एजेंसी में कार्य करने का अवसर मिला था। उन्होंने कहा कि यदि मुझे दोबारा इस तरह का कोई मौका मिलेगा तो किसी भी तरह के चीज को मैं नहीं बदलूंगी क्योंकि वह सब इतना अधिक खूबसूरत था।