यह खबर तेलंगाना की 1 जिले जनगांव की है। जहां एक गरीब किसान एक खजाने के मिलने के कारण करोड़ों का मालिक हो गया। हम आपको बता दें कि जब वह किसान अपने खेत में जुताई कर रहा था और उस खेत में जुताई कर रहा था जो खेत काफी दिनों से बंजर पड़ी हुई थी। जुताई के दौरान उससे वहां लगभग 5 किलो सोने की कई आभूषण मिले जिसे देख कर उसकी आंखें खुली की खुली रह गई।

हम आपको बता दें कि इस 5 किलो सोने के आभूषण की कीमत लगभग 2 करोड रुपए बताई जा रही है। लेकिन इस बात को हवा की तरह पूरे गांव में और उसके बाद प्रशासन तक पहुंचने में थोड़ा भी देरी नहीं लगा और बात आग की तरह फैल गई। वहां की स्थानीय पुलिस उस खेत में आई और तहकीकात करके खजाने में से निकली सारे सोना को जांच के लिए भेज दी।

हम आपको इस बात की जानकारी दी थी कि जिस किसान को यह खजाना प्राप्त हुआ है उसका नाम नसीमा है और वह इस जमीन को लगभग 1 महीने पहले ही खरीदा था। 1 महीने पहले ही उसने एक 11 एकड़ जमीन खरीदी थी और उसमें लेवलिंग का काम चला रहा था। हम आपको बता दे कि नरसिम्हा को एक घर के अंदर यह सब खजाना मिला था। उस घड़ी में सोने की 22 इयररिंग, 51 गुंदेलू, 11 पुस्तेलु, 13 ग्राम का पडीगेलु, 24 ग्राम की एक छोटी सी सोने की छड़ी, 26 छोटे-छोटे चांदी के छड़ी, 5 चेन, 21 सोने की अंगूठी और 27 तरह के अन्य सोने के आभूषण बरामद हुए। जिनका वजन लगभग 42 ग्राम के आसपास है। इसके अलावा उस गाने में 7 रूबी और 1 किलो 200 ग्राम का तांबे का एक बड़ा सा कलश भी मिला।

वहां क्या स्थानीय लोगों के द्वारा यह माना जा रहा है कि यह सारा खजाना वहां के काकातीय वंश का है। काकातीय साम्राज्य की राजधानी वारंगल थी और जनगांव वारंगल का हिस्सा था। हाल ही में वारंगल से जनगांव को अलग किया गया है।
खबर के मुताबिक इस बात की भी पता चली है कि इससे पहले 2020 में भी वहां की 21 शाम को ऐसा खजाना मिल चुका है। आज से लगभग साल भर पहले यानी कि 2020 में जब एक किसान खेत की जुताई कर रहा था तो उसे भी इसी तरह के सोने और चांदी के कई आभूषण खजाने के रूप में मिले थे। 2020 में खेत की जुताई के दौरान जिस किसान को खजाना मिला था उस किसान का नाम याकूब अली है।

जब वह अपने खेत में जुताई कर रहे थे तो जुदाई के दौरान उनका हल्के कैसे चीज से लगकर फस गया जिसे वह निकाल नहीं पा रहे थे तो जब उन्होंने हॉल को निकालने की पूरी कोशिश की और यह देखने लगेगी हाल क्या चीज से फंसा है तो वह हक्के बक्के रह गए। उन्हें भी 25 सोने के सिक्के, अंगूठियां और कई दिन मिले थे जिसे पुरातत्व विभाग के पास जांच करने के लिए भेज दिया गया था।