हम लोग तो जानते ही हैं कि इस साल कुछ राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं । उन राज्यों में से देश की सबसे बड़ी जनसंख्या वाला राज्य उत्तर प्रदेश भी है जहाँ इस वर्ष विधानसभा के चुनाव होने को है। आइए जानते हैं की उत्तर प्रदेश के चुनाव में जनता का मिजाज का पलड़ा किस पार्टी की ओर भारी है या कौन सी पार्टी उत्तर प्रदेश की सत्ता में अपना सिक्का जमायेगी ।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022

इस वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के अलावा और भी चार राज्यों में विधानमंडल के चुनाव होने वाले हैं जैसे मणिपुर, उत्तराखंड,गोवा और पंजाब । इन पाँचो राज्यों में चुनावी माहौल कायम हो चुका है । उत्तर प्रदेश में लगातार 5 वर्ष से सूबे सत्ता पर अपना कब्जा जमा कर रखे बीजेपी की पार्टी, जो फिर से उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार को कायम रखने की पूरी जी-तोड़ मेहनत कर रही है परंतु वही विपक्ष की पार्टियां भी अपना पूरी जान लगाकर बीजेपी को हराने की तथा अपनी सत्ता बनाने के प्रयास में लगी पड़ी है।

जैसे जैसे मौसम में नमी सी हो रही है , तापमान भी लगातार गिर रहा है ठीक उसी तरह उत्तर प्रदेश की सियासत का पारा लगातार ऊपर की ओर वृद्धि कर रहा है । जनता का वोट किसे जाएगा ? सरकार किसकी सत्ता में आयेगी ? यूपी की बागडोर किसके हाथों में आएगी ? यह सारे वही सवाल है जो ज्यादातर सबके दिमाग में उठ रहें है जिनके जवाब को लेकर पूरी जनता सिर्फ अनुमान लगा सकती है ।

इसी अनुमान रूपी जवाब को जानने के लिए हमारे द्वारा जनता के बीच एक सर्वेक्षण किया गया तथा जनता से उनकी प्रतिक्रियाओं को आपके समक्ष पेश कर रहे हैं। इन सभी सवालों के अलावा एक और सवाल था देवबंद में किसकी सरकार बनेगी । उत्तर प्रदेश का देवबंद क्षेत्र जो एक पूरी तरह मुस्लिम आबादी वाला क्षेत्र है जहां पिछले चुनाव 2017 में बीजेपी की सरकार ने अपना परचम लहराया था ।

वहां की जनता द्वारा जो मिला जवाब के अनुसार लगभग 41% लोगों के द्वारा मत है कि बीजेपी की सरकार फ़िर से बनेगी वही लगभग 33 %लोगों ने कहा की बीजेपी की जगह इस बार समाजवादी पार्टी लेगी । लगभग 12% जनता का मत बसपा की सरकार की और है तथा 8% जनता कांग्रेस का हाथ थामेगी तथा 6% लोगों का मत है कि इस बार इन में से किसी भी पार्टी की सरकार सत्ता में नहीं रहेगी बल्कि किसी और की पार्टी ही सत्ता में अपना वर्चस्व कायम करेगी ।
इस सर्वेक्षण से यह ज्ञात होता है कि उत्तर प्रदेश की वह सीटें जहां मुस्लिम समुदाय की भारी मात्रा में जनसंख्या उपस्थित है वहां की जनसंख्या के वोट ही उम्मीदवारों के किस्मत को पलटा भी सकते हैं। इस सर्वेक्षण को पूरा करने में उत्तर प्रदेश की लगभग 12 हजार 128 व्यक्तियों ने अपना योगदान दिया तथा अपनी अपनी प्रतिक्रिया हमलोगों के साझा किया । यह सर्वेक्षण 23 दिसंबर से 29 दिसंबर के मध्य का है ।