हाल ही में उत्तर प्रदेश में एक इत्र व्यापारी पियूष जैन के घर पर 200 करोड़ से भी अधिक का कॅश निकला हैं जिसकी वजह से वह पुरे देश में लोकप्रिय हो चूका हैं। सामान्य जीवन जीने वाले पियूष जैन के पास इतना पैसा निकलना वाकई में एक हैरानी वाली बात हैं। बताया जा रहा है की पियूष जैन समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अखिलेश यादव के साथ गहरे संबंध रखते है और यही कारण हैं की उनके पास इतना पैसा निकलना एक बड़ा राजनितिक मुद्दा बन चूका हैं।

जहा भारतीय जनता पार्टी के समर्थक समाजवादी पार्टी को दोष दे रहे हैं तो वही समाजवादी पार्टी कह रही हैं इसमें भारतीय जनता पार्टी का दोष हैं।
बीजेपी ने लगाए अखिलेश पर दोष

क्युकी इत्र व्यापारी पियूष जैन के बारे में कहा जा रहा हैं की वह समाजवादी पार्टी के साथ कनेक्शन रखते है तो ऐसे में बीजेपी के सभी बड़े नेताओ के द्वारा समाजवादी पार्टी पर भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाया जा रहा हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा की ‘पिछली सरकार ने पूरे समाज पर भ्रष्टाचार का जो इत्र बरसाया हुआ था, वह अब धीरे धीरे सबके सामने आ गया है। लेकिन अब वो मुंह पर ताला लगाकर बैठे हुए है और अपना किया कराया मानने को तैयार नहीं है । नोटों का जो पहाड़ सबने देखा, यही उनकी उपलब्धि है’। ये साफ तौर पर देखा जा सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने पिछली लीडिंग पार्टी समाजवादी पार्टी को टारगेट किया हैं।
अखिलेश यादव ने पूछा पैसा किसका हैं?

क्युकी कई रिपोर्ट्स में कहा जा रहा हैं की पियूष जैन अखिलेश यादव के करीबी दोस्त है और रूलिंग पार्टी भारतीय जनता पार्टी भी अखिलेश यादव और उनकी पार्टी पर इस मुद्दे को लेकर भ्रस्टाचार के आरोप लगा रही हैं। ऐसे में अखिलेश कैसे पीछे रह सकते हैं। वह कह रहे हैं की उनपर लगाए जाने वाले सभी आरोप झूठे हैं और भारतीय जनता पार्टी को सटीक जवाब देना चाहिए की इत्र व्यापारी पियूष जैन के पास निकला पैसा किसका हैं? अखिलेश के द्वारा यह पूछे जाने पर भारतीय जनता पार्टी के कई समर्थक उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं।
अमित शाह ने भी किया पलटवार

अखिलेश यादव ने बीजेपी से सवाल किया हैं की वह बताये की व्यापारी के पास निकला पैसा किसका हैं और साथ ही अखिलेश ने यह भी कहा हैं की भारतीय जनता पार्टी के द्वारा की गयी नोटबंदी पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुई हैं। ऐसे में अमितशाह ने पलटवार करते हुए एक जनसभा में कहा है कि अखिलेश जी हमारी पार्टी को डराने की कोशिश न करो, हमने कालेधन को सामाप्त करने की बात की। और जब रेड हो रही है तो उन्हें बेचैनी हो रही है, समाजवादी इत्र छिड़कने के यहां से ढाई सौ करोड़ रुपये निकले हैं’। इसके बाद जहा एक तरफ कई लोगो ने अमित शाह का समर्थन किया तो कई ने उनका विरोध किया जो राजनितिक में वाकई में सामान्य बात हैं।